‘पुष्पा 2’ भगदड़ मामला: एनएचआरसी ने हैदराबाद पुलिस प्रमुख से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी

नयी दिल्ली. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने दिसंबर की शुरुआत में तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में एक थिएटर में भगदड़ में एक महिला की मौत को लेकर हैदराबाद के पुलिस प्रमुख से चार सप्ताह के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है. जिस थिएटर में यह घटना हुई थी, वहां ‘पुष्पा 2’ फिल्म की ‘स्क्रीनिंग’ हुई थी. एनएचआरसी ने भी कहा है कि भगदड़ मामले में आरोपों की जांच एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से कराई जाए. इसने इस संबंध में ”आवश्यक कार्रवाई” की मांग की.
मामले की कार्यवाही के अनुसार, एनएचआरसी में शिकायत पांच दिसंबर को दर्ज की गई और 17 दिसंबर को मामला पंजीकृत किया गया. आयोग ने एक जनवरी को कार्रवाई की तथा ”चार सप्ताह के भीतर” विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है. हैदराबाद के संध्या थिएटर में चार दिसंबर को भगदड़ के दौरान 35 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई थी और उसके आठ वर्षीय बेटे को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
थिएटर में अभिनेता अल्लू अर्जुन अभिनीत ‘पुष्पा 2’ फिल्म प्रर्दिशत की गई थी. घटना के बाद, महिला के परिवार की शिकायत के आधार पर चिक्कड़पल्ली पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत अल्लू अर्जुन, उनकी सुरक्षा में तैनात टीम और थिएटर प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
अल्लू अर्जुन को 13 दिसंबर को महिला की मौत के मामले में शहर की पुलिस ने गिरफ्तार किया था. तेलंगाना उच्च न्यायालय ने उसी दिन उन्हें चार सप्ताह की अंतरिम जमानत दे दी थी और 14 दिसंबर को उन्हें हैदराबाद की जेल से रिहा कर दिया गया था. शिकायतकर्ता ने आयोग का ध्यान चिक्कड़पल्ली की पुलिस द्वारा कथित तौर पर ”लाठीचार्ज किए जाने के कारण” एक महिला की मौत की ओर आर्किषत किया है. शिकायतकर्ता ने बताया कि भगदड़ मचने से महिला और उसके दो बच्चों को ”गंभीर चोटें” आईं.
शिकायत में कहा गया है, ”फिल्म अभिनेता अल्लू अर्जुन के थिएटर में प्रवेश करने पर पुलिस अधिकारियों द्वारा लाठीचार्ज किया गया और आवश्यक व्यवस्थाएं नहीं होने के कारण महिला की मौत हो गई और उसके बच्चे घायल हो गए.” इसमें कहा गया है, ”शिकायतकर्ता ने लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिस अधिकारियों पर आवश्यक कार्रवाई करने के लिए एनएचआरसी से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है.”