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शहीद का बलिदान कौम को जिंदगी देता है: आदित्यनाथ

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि शहीद का बलिदान कौम को जिंदगी देता है. उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बयान में बताया कि ‘होटल ताज’ में एक मीडिया समूह द्वारा आयोजित ‘शौर्य सम्मान-2025’ कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव समारोह’ के दौरान पेश किए गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला जिसका उद्देश्य 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र में बदलना है.

उन्होंने पंच प्रण की महत्ता को दोहराया जिनमें औपनिवेशिक मानसिकता को खत्म करना, राष्ट्रीय नायकों पर गर्व करना और राष्ट्र की रक्षा करने वाले जवानों का सम्मान करना शामिल है. मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में शहीदों के परिजनों और उत्तर प्रदेश का गौरव बढ़ाने वाली प्रतिभाओं को सम्मानित किया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उन सैनिकों के प्रति कृतज्ञता जताई जो अत्यंत प्रतिकूल मौसम में तथा शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस नीचे तक के तापमान में देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं.

उन्होंने कहा कि देश और धर्म के लिए बलिदानों की लंबी श्रृंखला ने समाज को हमेशा नया जीवन दिया है. उन्होंने कहा, ”भारत माता के वीर सैनिक अपने कर्तव्य पर अडिग रहते हैं, दिन-रात सीमाओं की रक्षा करते हैं. पुलिस के जवान लगातार गश्त कर रहे हैं, नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं और लोगों में सुरक्षा की भावना पैदा कर रहे हैं.” उन्होंने कहा कि अगर कोई समाज सेना, अर्धसैनिक बलों और पुलिस बल के जवानों के बलिदान का सम्मान नहीं करता या शहीदों के परिवारों की उपेक्षा करता है तो यह राष्ट्रीय दायित्वों को पूरा करने में विफलता को दर्शाता है.

इस कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ 1965 और 1971 के युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के परिवारों को सम्मानित किया गया.
आदित्यनाथ ने रेखांकित किया कि एक सभ्य समाज सुरक्षा के बिना अस्तित्व में नहीं रह सकता और सुरक्षा की पहली शर्त सुशासन है जैसा कि डॉ बी आर आंबेडकर के संवैधानिक सिद्धांतों में रेखांकित किया गया है.

उन्होंने कहा कि सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास करने वालों का सम्मान करना राष्ट्रीय जिम्मेदारी है.
आदित्यनाथ ने 2017 से उत्तर प्रदेश में हुई प्रगति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रणाली वही है लेकिन शासन का चेहरा बदल गया है.
उन्होंने 2017 से पहले की अवधि की तुलना करते हुए दावा किया कि उस समय अराजकता का बोलबाला था लेकिन अब राज्य एक सुरक्षित और निवेश के लिए अनुकूल क्षेत्र में बदल गया है.

मुख्यमंत्री ने 2017 से उत्तर प्रदेश में हुए बदलाव का जिक्र करते हुए दावा किया कि पहले पुलिस पीछे हट जाती थी जबकि अपराधी निडर होकर काम करते थे लेकिन आज अपराधियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जा रहा है. आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य अब सुरक्षा, सम्मान और पहचान के लिए खड़ा है. उन्होंने 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होने वाले प्रयागराज महाकुंभ मेले में सभी को आमंत्रित किया और इसे भारतीय संस्कृति एवंआध्यात्मिकता का संगम बताया. उन्होंने इस आयोजन की तैयारी में प्रयागराज और आस-पास के शहरों में बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे के विकास पर प्रकाश डाला.

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