छत्तीसगढ़

महापौर ने करबला तालाब में रिटेनिंग वाल निर्माण की धीमी गति होने पर जताई नाराजगी, 45 दिनों में काम खत्म करें, अन्यथा कड़ी कार्यवाही

रायपुर। आज नगर पालिक निगम रायपुर की महापौर मीनल चौबे ने रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत रायपुर नगर पालिक निगम जोन क्रमांक 7 अंतर्गत स्वामी आत्मानंद वार्ड क्षेत्र अंतर्गत स्वामी आत्मानंद सरोवर (करबला तालाब) में 15वें वित्त आयोग अंतर्गत 1 करोड़ रूपये की लागत से उद्यान सौंदर्याकरण और 1 करोड 44 लाख रूपये की लागत से रिटेनिंग वाल निर्माण के प्रगतिस्त नवीन विकास कार्यों का वहाँ पहुंचकर स्थल पर औचक निरीक्षण किया और वहाँ विकास कार्यों की अत्यंत धीमी गति को लेकर अपनी गहन नाराजगी व्यक्त की और मुख्यालय के अधीक्षण अभियंता पी. राजेश नायडू कार्यपालन अभियंता योजना अंशुल शर्मा सीनियर, जोन 7 जोन कमिश्नर राकेश शर्मा और कार्यपालन अभियंता ईश्वर लाल टावरे को स्वामी आत्मानंद सरोवर में प्रगतिरत विकास कार्यों की नियमित अच्छी तरह सतत रूप में नियमित मॉनिटरिंग करते हुए सभी कार्य जनहित में जनसुविधा की दृष्टि से गुणवत्तापूर्ण करवाने के निर्देश दिए निरीक्षण के दौरान स्वामी आत्मानंद वार्ड के पार्षद आनंद अग्रवाल, जोन 7 के सम्बंधित अधिकारियों की स्थल पर उपस्थिति रही।
महापौर मीनल चौबे ने निरीक्षण के दौरान स्वामी आत्मानन्द सरोवर करबला तालाब में उद्यान सौंदर्याकरण कार्य के अनुबंधित ठेकेदार श्री प्रवीण जैन और रिटेनिंग वाल निर्माण कार्य के अनुबंधित ठेकेदार कन्हैया गुप्ता को अत्यंत धीमी गति से विकास कार्य स्थल पर प्रगतिरत होने को लेकर गहन नाराजगी व्यक्त करते हुए अगले डेढ़ माह के भीतर शेष बचे प्रगतिरत विकास कार्यों को शत प्रतिशत पूर्ण करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान महापौर को जोन 7 कार्यपालन अभियंता श्री ईश्वर लाल टावरे ने बताया कि लगभग 40 प्रतिशत विकास कार्य अब तक स्थल पर किये गए हैं. जबकि लगभग 60 प्रतिशत कार्य शेष है. समयसीमा पूर्ण हो चुकी है. इसे लेकर नगर निगम द्वारा सम्बंधित अनुबंधित ठेकेदारों को नियमानुसार प्रक्रिया के तहत अंतिम नोटिस दिया गया है. अब महापौर के निर्देश पर डेढ़ माह के भीतर शेष बचे सभी विकास कार्य पूर्ण करवाए जायेंगे, अन्यथा की स्थिति में नियमानुसार प्रक्रिया के अंतर्गत सम्बंधित अनुबंधित ठेकेदार पर आवश्यक कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
महापौर मीनल चौबे ने कहा है कि विकास कार्यों को समय पर गुणवत्ता सहित पूर्ण करवाना सम्बंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी है. किसी भी विकास कार्य से सम्बंधित कोई भी देयक का सम्बंधित स्थल की जाँच और निरीक्षण किये बिना भुगतान नहीं किया जाये।
महापौर ने आगे निर्देशित किया कि अन्यथा की स्थिति में सम्बंधित ठेकेदारों को काली सूची में डाला जाये और कार्य में अत्यधिक विलंब होने के कारण लापरवाही के चलते जिम्मेदारी तय कर सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक कड़ी कार्यवाही की जाये. महापौर ने कहा सम्बंधित अधिकारी तय समयसीमा में अच्छी तरह कार्य पूर्ण करवाएं, अन्यथा की स्थिति में कड़ी कार्यवाही का सामना करने मानसिक रूप से पूरी तरह तैयार रहें. कार्य में कोई लापरवाही अथवा हीला हवाला कदापि सहन नहीं किया जायेगा।

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