रायपुर: पोरा तिहार के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने निवास पर अत्यंत श्रद्धा और विधिपूर्वक भगवान शिव और नंदीराज की पूजा-अर्चना की। इस पावन अनुष्ठान के दौरान, मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के समस्त नागरिकों के लिए समृद्धि, खुशहाली और शांति की कामना की। मुख्यमंत्री साय की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या देवी साय भी इस अवसर पर उनके साथ पूजा में सम्मिलित हुईं, जिससे यह पूजा और भी अधिक पारिवारिक और भावपूर्ण हो गई।
इस पूजा में प्रदेश के कई महत्वपूर्ण मंत्रियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उप मुख्यमंत्री अरुण साव, वन मंत्री केदार कश्यप, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, और महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने मुख्यमंत्री के साथ मिलकर भगवान शिव और नंदीराज की आराधना की। सभी ने मिलकर प्रदेश की उन्नति, समृद्धि और सुख-शांति की कामना की।
पूजा स्थल को छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के अनुसार भव्य रूप से सजाया गया था। मिट्टी के बने नंदिया बैल और पारंपरिक दीपों ने पूरे माहौल को एक दिव्य और धार्मिक आभा से भर दिया था। मंत्रोच्चारण और भक्ति गीतों की गूंज के बीच, इस पवित्र अनुष्ठान ने सभी उपस्थितों को आंतरिक शांति और श्रद्धा का अनुभव कराया।
पूजा के बाद, मुख्यमंत्री साय ने अपने संदेश में कहा कि पोरा तिहार छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक है। यह त्योहार न केवल हमारे कृषि प्रधान जीवन को सम्मानित करता है, बल्कि पशुधन की महत्ता को भी रेखांकित करता है। उन्होंने कहा कि यह त्योहार हमारी परंपराओं और मूल्यों को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।
मुख्यमंत्री ने अंत में प्रदेशवासियों को पोरा तिहार की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए, सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति की कामना की। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसे त्योहार हमें हमारे जड़ों से जोड़े रखते हैं और हमें अपनी सांस्कृतिक धरोहर पर गर्व करने का अवसर प्रदान करते हैं।