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प्रधानमंत्री ने आईएनएस विक्रांत पर मनाई गई दिवाली की झलकियां साझा कीं

दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय नौसेना के साथ आईएनएस विक्रांत पर मनाए गए दिवाली उत्सव की झलकियां साझा कीं। श्री मोदी ने इसे अद्भुत, असाधारण क्षण और विलक्षण दृश्य बताते हुए इस बात का उल्लेख किया कि एक ओर विशाल सागर है तो दूसरी ओर भारत माता के वीर सैनिकों की अपार शक्ति। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर अनंत क्षितिज और असीम आकाश है, वहीं दूसरी ओर अपरिमित शक्ति के प्रतीक आईएनएस विक्रांत का विराट पराक्रम प्रदर्शित होता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि समुद्र पर सूर्य की रोशनी की चमक दीपावली के दौरान वीर सैनिकों की ओर से जलाए गए दीयों की तरह है जो दीपों की एक दिव्य माला का निर्माण करती है। उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना के वीर जवानों के साथ यह दिवाली मनाने का सौभाग्य उन्हें प्राप्त हुआ है।

सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट की एक श्रृंखला में श्री मोदी ने कहा:

“आईएनएस विक्रांत पर हमारे बहादुर नौसेना कर्मियों के साथ दिवाली मनाते हुए।”

“लोग अपने परिवार के साथ दिवाली मनाना पसंद करते हैं और मैं भी यही करता हूं, यही वजह है कि हर वर्ष मैं अपने देश की सुरक्षा के लिए तैनात सेना के जवानों और सुरक्षाकर्मियों से मिलता हूं। गोवा और कारवार के पश्चिमी तट पर भारतीय नौसेना के जहाजों पर सवार हमारे बहादुर नौसैनिकों के बीच प्रमुख पोत आईएनएस विक्रांत पर उपस्थित होकर मुझे बहुत खुशी हो रही है।”

“आईएनएस विक्रांत पर मैंने जो कुछ देखा उसमें वायु शक्ति प्रदर्शन, जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम और बहुत कुछ शामिल है…”

“आईएनएस विक्रांत के भव्य उड़ान डेक पर मिग-29 लड़ाकू विमानों के साथ।”

“मैंने आईएनएस विक्रांत पर आश्चर्यजनक और प्रेरणादायक वायु शक्ति प्रदर्शन देखा जिसमें सटीकता और पराक्रम की झलक नज़र आई। दिन के उजाले और अंधेरी रात में छोटी हवाई पट्टी पर मिग-29 लड़ाकू विमानों का उड़ान भरना और उतरना, कौशल, अनुशासन और तकनीकी उत्कृष्टता का अद्भुत प्रदर्शन था।”

“बड़ा खाना सशस्त्र बलों की परंपराओं का अभिन्न अंग है। कल शाम आईएनएस विक्रांत पर मैंने नौसेना कर्मियों के साथ बड़ा खाना में भाग लिया।”

“आईएनएस विक्रांत भारत का गौरव है!

यह स्वदेश में निर्मित सबसे बड़ा युद्धपोत है। मुझे कोच्चि में हुए उस कार्यक्रम की याद आ रही है जब इसे नौसेना की सेवा में शामिल किया गया था। और आज मुझे दिवाली के अवसर पर यहां आने का अवसर मिला।

“कल शाम आईएनएस विक्रांत पर हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम की यादों को मैं हमेशा संजो कर रखूंगा। नौसेना के जवान वाकई रचनात्मक और बहुमुखी हैं। उन्होंने ‘कसम सिंदूर की’ गीत लिखा जो हमेशा मेरी यादों में अंकित रहेगा।”

“आईएनएस विक्रांत पर वायु शक्ति प्रदर्शन से!”

“आईएनएस विक्रांत पर योग!

भारत के गौरव आईएनएस विक्रांत पर सवार बहादुर नौसैनिकों को योग सत्र में भाग लेते देखकर बहुत प्रसन्नता हुई।

योग हमें एकजुट करता रहे और हमारी शारीरिक और मानसिक सेहत को मजबूत करता रहे।”

“आप सभी की तरह मुझे भी अपने परिवार वालों के साथ दिवाली मनाना बहुत पसंद है। यही वजह है कि इस पावन अवसर पर मैं देश की रक्षा में जुटे अपने सैनिकों और सुरक्षा बलों के जवानों से हर साल मिलता हूं। इस बार यह सौभाग्य मुझे पश्चिमी समुद्री सीमा के पास अपने फ्लैगशिप आईएनएस विक्रांत पर मिला। अपने जांबाज नौसैनिकों के साथ यह अवसर मुझे नई ऊर्जा और नए उत्साह से भर गया है।”

“आईएनएस विक्रांत भारतवर्ष का गौरव है!

यह स्वदेशी तकनीक से बना भारत का सबसे बड़ा युद्धपोत है। मुझे वह कार्यक्रम याद है, जब इसे कोच्चि में नौसेना के बेड़े में शामिल किया गया था। आज दीपावली के पावन अवसर पर यहां आकर गौरवान्वित हूं।”

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